ग्रेटर नोएडा। (Facewarta) प्राधिकरण और प्रशासन का ध्यान। प्राधिकरण ने शाहबेरी में खतरनाक भवनों को गिराने का फैसला किया है। लेकिन, शाहबेरी के लोग भी सड़कों पर उतर आए हैं। ऐसे में प्राधिकरण ने भविष्य में आम लोगों को भूमाफिया और कालोनाइजरों की ठगी से बचाने के लिए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने विशेष इंतजाम किए हैं। इसके लिए प्राधिकरण भवन में अलग से काउन्टर बनाया गया है। यहां पर कोई भी व्यक्ति किसी जमीन, मकान, दुकान या अन्य संपत्ति खरीदने से पहले उसके बारे में प्राधिकरण में बनाए गए इस काउन्टर से जानकारी प्राप्त कर ठगी से बच सकता है।
उत्तर प्रदेश औद्योगिक विकास अधिनियम-1976 के प्रावधानों के तहत केवल ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण को ही इस क्षेत्र में नियोजन, विकास और भूमि आवंटन का अधिकार है। लेकिन, कुछ बिल्डर्स, डेवलपर्स और कालोनाइजर्स प्राधिकरण से बिना भूमि आवंटन और बिना नक्शा पास कराये ही विभिन्न प्रचार माध्यमों के जरिये अवैध, अनाधिकृत, भ्रामक और जालसाजी कर आम जनता को धोखा देकर भू-संपत्तियों का विक्रय में लिप्त हैं। एसीईओ ने बताया कि ग्रेटर नोएडा क्षेत्र में हर व्यक्ति अपना आशियाना बनाने का इच्छुक होता है। उसके लिए वह अपनी आर्थिक क्षमता एवं बजट के अनुसार बाजार में निवेश के विकल्प तलाशता है। ऐसे में भोली-भाली जनता भूमाफिया और कालोनाइजरों के प्रलोभन में फंस जाती है और अवैध कालोनियों और प्लाटिंग में अपने जीवनभर की कमाई लगा देती है।