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ग्रेटर नॉएडा (भारत भूषण )-14 अक्तूबर, 2019ः भारत जलवायु परिवर्तन, पर्यावरण संरक्षण और प्रदूषण के बढ़ते स्तर एवं अपशिष्ट प्रबंधन को लेकर बढ़ रही चिंता के मद्देनजर नयी पीढ़ी के काॅरपोरेट घरानों में सामाजिक चुनौतियों से निपटने और नैतिक व्यवसायिक व्यवस्थाओं को प्रोत्साहन देने की भूमिका तेज़ी से महत्वपूर्ण हो रही है। इसे ध्यान में रखकर शारदा युनिवर्सिटी के स्कूल आॅफ बिजनेस स्टडीज ने इंडियासीएसआर, एपेक्सो फोरम और भिवाड़ी की चैधरी बंसी लाल युनिवर्सिटी के सामाजिक कार्य विभाग साथ मिलकर सीएसआर एवं टिकाऊ विकास पर छठे अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया।
इस दो दिवसीय सम्मेलन का उद्देश्य टिकाऊ विकास को लेकर गंभीर चर्चा की शुरूआत करना था। इस फोरम के तहत उद्योगपतियों ने आर्थिक तौर पर समृद्ध और पर्यावरण की दृष्टि से व्यवहारिक समाज का निर्माण करने के लिए आधुनिक कारोबार की भूमिका को लेकर चर्चा की।
इस आयोजन में काॅरपोरेट, सरकारी एजेंसियों, एनजीओ, नागरिक समाज और अकादमिक क्षेत्र से प्रतिनिधियों ने जबरदस्त भागीदारी की। प्रतिभागियों ने समाज के प्रति नागरिकों और कारोबारियों की जिम्मेदारियों पर ध्यान केंद्रित किया और सभी उद्योगों में सीएसआर (निगमित सामाजिक जिम्मेदारी) व्यवस्था विकसित करने की रूपरेखाओं पर चर्चा की।
इस सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए भारत में चेक गणराज्य के राजदूत माननीय मिलान होवोर्का ने कहा, श्जीवन की गुणवत्ता सुधारने के लिए सीएसआर गतिविधियां बहुत आवश्यक हैं। सीएसआर की अवधारणा में मानवाधिकारों का समावेश होना चाहिए और इसे कारोबारी लाभप्रदता के लिए एक पूरक अवधारणा के तौर पर काम करना चाहिए। सीएसआर गतिविधियां करते समय काॅरपोरेट को विभिन्न भागीदारों की जटिलताओं और अंतर्संबंध को भी ध्यान में रखना चाहिए और एक निर्बाध एवं टिकाऊ पारितंत्र की दिशा में काम करना चाहिए।श्
इस अवसर पर शारदा युनिवर्सिटी के स्कूल आॅफ बिजनेस स्टडीज़ के डीन डाॅक्टर मुकेश चतुर्वेदी ने कहा, श्हम सौभाग्यशाली हैं कि हमें इस तरह के सार्थक फोरम की मेज़बानी का अवसर मिला और हम इस आयोजन की शोभा बढ़ाने के लिए यहां आए सभी प्रतिनिधियों का धन्यवाद करना चाहेंगे। शारदा युनिवर्सिटी में हम भविष्य में विभिन्न अन्य सभी क्षेत्रों में उत्कृष्टता हासिल करने के लिए आगे प्रयास करना जारी रखेंगे और एक बेहतर समाज के निर्माण में मदद के लिए इस तरह के सभी प्रयासों का समर्थन करना जारी रखेंगे।श्
सीएसआर एवं टिकाऊ विकास के महत्व को रेखांकित करने के लिए छह तकनीकी सत्रों का आयोजन किया गया
ऽ सीएसआर रणनीति एवं टिकाऊ कारोबारी व्यवस्था
ऽ सीएसआर अनुपालन, रिपोर्टिंग एवं सरकारी हस्तक्षेप
ऽ शिक्षा, स्वास्थ्य, जीविकोपार्जन और महिला सशक्तिकरण में सीएसआर परियोजनाएं
ऽ पर्यावरण संरक्षण एवं शून्य अपशिष्ट
ऽ सीएसआर परियोजनाओं का क्रियान्वयन
ऽ सामाजिक उपक्रम एवं टिकाऊ विकास की भूमिका
समापन समारोह को संबोधित करते हुए भारत में इथियोपिया की राजदूत माननीय तिजिता मुलुगेता ने कहा, श्आज के समय और युग में कारोबार विकास के इंजन हैं इसलिए काॅरपोरेट के लिए यह महत्वपूर्ण हो जाता है कि वे लोगों, पृथ्वी और कारोबार की संपूर्ण लाभप्रदता के लिए लाभ पर ध्यान दें। एक बेहतर और समृद्ध कल देखने के लिए अधिक टिकाऊ एवं जिम्मेदारी भरे तरीके से काम करना सभी की जिम्मेदारी है।
इस सम्मेलन में आई अन्य प्रख्यात हस्तियों में पीएचडी चैंबर आॅफ काॅमर्स के निदेशक डाॅक्टर जतिन्दर सिंह, आईएफसीआई लिमिटेड के प्रबंध निदेशक एवं सीईओ डाॅक्टर एमांडी संकरा राव, चैधरी बंसल लाल युनिवर्सिटी के कुलपति डाॅक्टर आरके मित्तल, ट्रांस-इंडिया लाॅ एसोसिएट्स के संस्थापक राज सिंह निरंजन, इंडियासीएसआर के संस्थापक और संपादक रूसेन कुमार और इरकाॅन इंडिया के सलाहकार (काॅरपोरेट मामले एवं सीएसआर) प्रताप भानु शामिल थे।
इस सम्मेलन में भारत और विदेश में विभिन्न विश्वविद्यालयों और संस्थानों के अनुसंधानकर्ताओं एवं पेशेवरों द्वारा स्वच्छता, जलवायु परिवर्तन, काम और जीवन के बीच संतुलन, परोपकार, जिम्मेदार उत्पादों, कारोबारी नैतिकता, सामाजिक प्रभाव आदि विषयों पर सीएसआर एवं टिकाऊ विकास से जुड़े अनुसंधानों को परिपत्र प्रस्तुति, पोस्टर प्रदर्शनी के रूप में पेश किया गया। मौजूदा मुद्दों और वैश्विक केस स्टडीज को रेखांकित करने के लिए प्रस्तुतियां और वाद विवाद भी किए गए।
शारदा युनिवर्सिटी के बारेमें
शारदा ग्रुप आॅफ इंस्टीट्यूशन (एसजीआई) 1996 से ही विश्वस्तरीय शिक्षा उपलब्ध कराता रहाहै। शारदा युनिवर्सिटी दिल्ली एनसीआर के ग्रेटर नोएडा में 63 एकड़ क्षेत्र में फैला एक अग्रणी शैक्षणिक संस्थान है। शारदा ग्रुप आॅफ इंस्टीट्यूशंस का उपक्रम इस युनिवर्सिटी ने एक उच्च गुणवत्ता प्रदाता के तौर पर खुद को स्थापित किया है जिसका ध्यान समग्र रूप से सीखने और विद्यार्थियों में प्रतिस्पर्धी क्षमता विकसित करने पर है। शारदा युनिवर्सिटी ने मिडिलसेक्स युनिवर्सिटी, लंदन, किंग्सवेस्टर्न युनिवर्सिटी, कनाडा, मिसूरी स्टेट युनिवर्सिटी, सैक्रेड हार्ड युनिवर्सिटी, उरल फेडरल युनिवर्सिटी जैसी युनिवर्सिटीज के साथ वैश्विक गठबंधन के साथ 180 से अधिक गठबंधन किया है जिससे विद्यार्थियों और फैकल्टी दोनों ही लाभान्वित हो रहे हैं। यह उत्तर प्रदेश में स्थित सबसे बड़ा शैक्षणिक समूह है जहां 80 से अधिक देशों से 20,000 से अधिक विद्यार्थी और 1200 से अधिक प्राध्यापक हैं। इस साल 350 से अधिक कंपनियां यहां आई हैं और अभी तक विभिन्न बहुराष्ट्रीय कंपनियों में 37,500 से अधिक विद्यार्थियों को नौकरी मिल चुकी है। यहां से 47,500 से अधिक विद्यार्थी पढ़कर बाहर निकल चुके हैं जो आज अपने अपने क्षेत्र में नेत़ृत्व प्रदान कर रहे हैं।