दिल्ली : केंद्रीय उपभोक्ता मामले खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री राम विलास पासवान ने शनिवार को दिल्ली समेत देशभर में 20 राज्यों से लिए गए पीने के पानी के नमूने की बहुप्रतीक्षित जांच रिपोर्ट जारी की । राम विलास ने कहा कि यह सिर्फ दिल्ली के लिए पूरे देश में सर्वे किया। भारतीय मानक ब्यूरो ,बीएसआई के साथ बैठक बुलाई और सर्वे किया। उन्होंने कहा कि दो समस्या सबसे बड़ी है एक पीने का पानी और प्रदूषण। हमारा मकसद किसी सरकार को दोष देना है और ना ही राजनीति करना है। जब तक हमारे पास मंत्रालय है तब तक लोगों को स्वच्छ पानी पीने की व्यवस्था हो जाए। जो भी राज्य सरकार हमसे मदद चाहती है वो हमसे ले सकती है।
उन्होंने कहा कि पीने के पानी की जांच तीन चरणों में की जाएगी। पहले चरण में सभी राजधानियों के पानी की जांच की जाएगी। दूसरे चरण में स्मार्ट सिटी के पानी की जांच की जाएगी। तीसरे चरण में सभी जिलों में पीने के पानी की जांच की जाएगी। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने कहा था कि हम 2024 तक हर घर में साफ पानी पहुंचाएंगे। हमारी सरकार इस दिशा में काम कर रहे है। केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि गुणवत्ता रिपोर्ट में बात सामने आई है कि दिल्ली का पानी खराब है। हम किसी सरकार को दोष नहीं दे रहे हैं लेकिन दिल्ली सरकार यह समझे कि हम इस मुद्दे पर राजनीति नहीं कर रहे बल्कि हमारा मकसद लोगों तक साफ पानी पहुंचाना है।केंद्रीय खाद्य एवं उपभोक्ता मामलों के मंत्री रामविलास पासवान ने कहा कि हम किसी सरकार को दोष नहीं दे रहे हैं। पूरे देश से पानी की शिकायत आ रही थी। हमें गंदे पानी से देश को बचाना है।पासवान ने दिल्ली सहित देशभर में 20 राज्यों से लिए गए पीने के पानी के नमूने की जांच रिपोर्ट शनिवार को जारी की। इस रिपोर्ट में पहले नंबर पर मुंबई रहा। यहां का पानी हर मानक पर पास हुआ है। दूसरे नंबर पर हैदराबाद और तीसरे नंबर पर भुवनेश्वर है। वहीं दिल्ली का पानी सबसे खराब है। पानी की गुणवत्ता की जांच 10 मानकों पर की गई थी।पिछले महीने दिल्ली के पीने के पानी के नमूने बीएसआई की आरंभिक जांच में विफल हो गए थे। जिसके बाद पासवान ने कहा था कि प्रधानमंत्री मोदी ने 2024 तक देश के हर घर में नल लगाने और शुद्ध पानी उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखा है। इसी के तहत देश के सभी राज्यों की राजधानी सहित 100 स्मार्ट सिटी योजना के तहत आने वाले शहरों में पीने के पानी की शुद्धता की जांच की जायेगी ।