ग्रेटर नोएडा। अयोध्या विवाद पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद नोएडा सेक्टर-20 थाना पुलिस ने निरोधात्मक कार्रवाई करते हुए नव निर्माण सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित जानी को गिरफ्तार कर जले भेज दिया गया। वहीं ईकोटेक-3 थाना पुलिस ने निर्माणाधीन कंपनी में लोगों के एकत्रित होने की झूठी सूचना देने पर बर्खास्त कर्मचारी हेमंत चौधरी को गिरफ्तार किया है।
अमित जानी पर अक्सर भड़काऊ और विवादित पोस्ट करने का आरोप है। उनके खिलाफ पूर्व में केस भी दर्ज हैं। अमित जानी ने हाल ही में एक बुर्का पहनकर आई महिला पर कमलेश तिवारी की तरह हत्या करने की धमकी देने का पत्र थमाने का केस दर्ज कराया था। पुलिस इस मामले की अभी जांच कर रही है।
आने के बाद मूलरूप से अलीगढ़ ने निवासी हेमंत चौधरी ने यूपी-100 पर कॉल कर सूचना दी कि एटीएस की निर्माणाधीन साइट पर लोग एकत्रित हो रहे हैं। सूचना पर तुरंत पुलिस मौके पर पहुंच गई। पड़ताल में पता चला कि आरोपी कंपनी का बर्खास्त कर्मचारी है। आरोपी के नंबर पर पुलिस ने कॉल की तो उसने अपना मोबाइल स्विच ऑफ कर लिया। कुछ देर बाद पुलिस ने आरोपी को अफवाह फैलाने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया। आरोपी को शांति भंग करने के आरोप मेें जेल भेजा गया है।
आपको बतादे क़ि सोशल मीडिया पर प्रशासन की गहरी नज़र है वहीं चिह्नित नेताओं कार्यकर्ताओं और विभिन्न संगठनों से जुड़े लोगों की भी निगरानी भी अभी जारी रहेगी।
अयोध्या फैसला आने के बाद जिले भर में शनिवार को शांति रही। पुलिस एहतियातन अभी भी सोशल मीडिया की निगरानी कर रही है। जैसे ही इनमें से कोई विवादित पोस्ट डालेगा उन पर केस दर्ज कर गिरफ्तारी की जाएगी। वहीं चिह्नित नेताओं कार्यकर्ताओं और विभिन्न संगठनों से जुड़े लोगों की भी निगरानी भी अभी जारी रहेगी।