बुलंदशहर (अशोक कुमार) अयोध्या प्रकरण पर सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्टों को डिलीट करने में जिले की मीडिया सोशल जोन नंबर वन रही सेल में तैनात सिपाही खालिद और मोनू कुमार को एसएसपी ने एक 1000 का इनाम देकर सम्मानित किया है इस टीम ने मेरठ जोन की सोशल मीडिया पर नजर रखी और 730 पोस्ट ऐसी डिलीट करें जो दंगा भड़का सकती थी लखनऊ पुलिस मुख्यालय से सभी जिलों के एसएसपी को आदेश दिए गए थे कि वह अयोध्या प्रकरण को लेकर सोशल मीडिया पर नजर रखें इसके बाद एसएसपी संतोष कुमार ने सिपाही खालिद वह मोनू कुमार को मीडिया सेल में तैनात किया था खालिद ने बताया कि जब भी भड़काऊ पोस्ट फेसबुक या फिर व्हाट्सएप ग्रुप पर वायरल होती तो वह रिपोर्ट आप्शनमैं जाकर फेसबुक और व्हाट्सएप कंपनी से अनुरोध पर पोस्ट डिलीट करवा देते और उसका अकाउंट भी ब्लॉक करा दिया जाता था इसके बाद संबंधित जिले के रिपोर्ट भेज दी जाती थी संबंधित के खिलाफ कार्रवाई भी की जाती
*जान बचाने वालों 3 सम्मानित*
एसएसपी संतोष कुमार ने बताया कि इस नंबर को पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना मिली थी थाना के गांव सिविल घड़ी एक युवक खुद को कमरे में बंद कर कर आग लगा रहा था इस पर बीआरवी 2092 पर तैनात पायलट अंकुर राणा कमांडर मोहम्मद नौशाद सब कमांडर मनोज कुमार मात्र 7 मिनट के मौके पर पहुंचकर दरवाजा तोड़कर युवक को बाहर निकालकर अस्पताल में भर्ती कराया इनके कार्य पर तीनों पुलिसकर्मियों के ₹1000 देकर सम्मानित किया
अधिकतर अकाउंट मिले फौजी
एसएसपी संतोष कुमार ने बताया कि बड़ों को डालने वाले अधिकतर अकाउंट फर्जी मिले हैं जिनकी आईपीसी रस पता करने के लिए फेसबुक से जानकारी मांगी गई है