ग्रेटरनोएडा (फेस वार्ता) ग्रेटर नोएडा भारत सरकार के उद्योग और व्यापार मंत्रालय के सचिव डॉ.अनुप वाधवान ने आज सेहत क्षेत्र में कार्यरत उद्योग से यह बिनती कीई की बाजार ने भारत में उपचार लेनें आनेंवाले मरिजों की सहुलियत के लिए एक ऑनलाईन पोर्टल शुरू करना चाहिए. इस पोर्टल पर जो मरिज भारत में यात्रा करतें हुए उपचार लेना चाहतें है ऐसे मरिजों को सुयोग जानकारी के साथ सेवाओं की भी जानकारी प्राप्त हो सकें
५ वें इंटरनैशनल समिट ऑन मेडिकल वैल्यू ट्रैवल- ' एडवान्टेज हेल्थकेअर इंडिया २०१९' इस फिक्की और भारत सरकार के उद्योग और व्यापार मंत्रालय के संयुक्त उपक्रम में आयोजित किए गए कार्यक्रम में बोलते हुए डॉ. वाधवान ने कहा “ मेडिकल वैल्यू ट्रैवल यानी सिर्फ उपचार करना नहीं है बल्की इलाज से भी अधिक है और इस के लिए बाजार ने गुणवत्ता घटकों का अभ्यास करना जरूरी है जिस से सेहत सुविधाओं में सुधार हो सकें.”डॉ. वाधवान ने आगे कहा की भारत में अच्छी सेहत सुविधाएं उपलब्ध है फिर भी इनमें से अधिकतर सुविधाएं महानगरों में है. सुयोग्य प्रकार की सेहत सेवा देनें के लिए ग्रामीण भाग में भी अधुनिक पध्दती की और वाजीब दामों में सुविधाए उपलब्ध होना जरूरी है.इस समय बोलतें हुए भारत सरकार की सर्विसेस एक्स्पोर्ट प्रमोशन काऊन्सिल की डाईरेक्टर जनरल श्रीमती संगीता गोडबोले ने कहा “ भारत में सेहत सुविधांए परंपरागत दृष्टी से काफी सक्षम है, उनकी देश में ही नहीं बल्की विश्वभर में मांग है.”
फिक्की की प्रेसिडेंट इलेक्ट और अपोलो हॉस्पिटल्स एन्टरप्राईज लिमिटेड की व्यवस्थापकीय संचालिका डॉ. संगीता रेड्डी नें कहा “ भारत में गुणवत्तापूर्ण सेहत सुविधाओं का खर्च विश्वस्तर के खर्च की तुलना दस गुना कम है, इस के कारण भारत में यह क्षेत्र वैल्यू ट्रैवल का केंद्रस्थान बन रहा है. इस से टेलिमेडिसिन और ऑनलाईन कन्सल्टेशन जैसी संकल्पनाएं अब गतीशीलता से बढ रहीं है.”
फिक्की एमवीटी कमेटी के अध्यक्ष और एस्टर इंडिया के एस्टर डीएम हेल्थकेअर लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. हरीश पिल्लई नें कहा की भारतीय मेडिकल तथा वेलनेस बाजार गतीशीलता से बढ रहा है और मेडिकल वैल्यू ट्रैवल भी गतीशीलता से बढ रहा है. “ मेडिकल वैल्यू ट्रैवल में भारत सबसे गतीशीलता से बढ रहा है और फिक्की के नैशनल मेडिकल वैल्यू ट्रैवल कमेटी ने सरकार को यह सुझाव दिया है की इस क्षेत्र के लिए योजनओं में बदलाव लानें की जरूरत है.” डॉ पिल्लई नें आगे कहा.
फिक्की के एमवीटी और हेल्थकेअर विभाग के सलाहकार और एनएबीएच के पूर्व अध्यक्ष डॉ. नरोत्तम पुरी नें 'फिक्की कोड ऑफ एथिकल कंडक्ट बाय इंडियन हॉस्पिटल्स' पेश करतें हुए कहा “ यह आचारसंहिता को मान्य करनेंवाले अस्पतालों को मरिजों का व्यवस्थापन करतें हुए नैतिकता और मुल्यों का पालन करना जरूरी है.”फिक्की एमवीटी कमिटी की पूर्व सह अध्यक्षा और अर्टेमिस हॉस्पिटल्स की व्यवस्थापकीय संचालिका डॉ. देवलिना चक्रवर्ती नें कहा की भारतीय अस्पतालों ने होनेवालें इन्फक्शन से बचाव करनें के लिए काफी मेहनत की है, इस से अब भारत में अधिकतर अस्पतालों मे इन्फेक्शन का प्रमाण काफी कम हुआ है. देश के सख्त एन्टी काईक्रोबायल नियम मौजुद होनें के कारण यह मुमकिन हो सका है.इस कार्यक्रम के उपलक्ष्य में फिक्की- ईवाई नॉलेज पेपर ऑन इंडिया:बिल्डिंग बेस्ट प्रैक्टिसेस इन हेल्थकेअर सर्विसेस ग्लोबली' का अनावरण भी किया गया.