नई दिल्ली :- भारत के मुख्य निर्वाचन आयुक्त, सुनील अरोड़ा ने आज वर्ष 2020 के लिए दक्षिण एशिया (एफईएमबीओएसए) के चुनाव प्रबंधन निकायों (ईएमबी) के फोरम के अध्यक्ष का पद संभाल लिया। एफईएमबीओएसए के निवर्तमान अध्यक्ष और बांग्लादेश के सीईसी के. एम. नुरूल हुदा ने वर्तमान अध्यक्ष सुनील अरोड़ा को आज नई दिल्ली में एफईएमबीओएसए की 10 वीं वार्षिक बैठक में प्रतीक चिन्ह सौंपा।
अपने संबोधन में, नुरुल हुदा ने कहा कि मंच के उद्देश्यों को ध्यान में रखते हुए, सदस्य अनुभव और कौशल साझा कर रहे हैं और अन्य ईएमबी के साथ सहयोग बढ़ाने के लिए कदम उठा रहे हैं। ईएमबी बांग्लादेश ने पिछले वर्ष के दौरान एफईएमबीओएसए सदस्यों की गतिविधियों पर प्रबंधन की रिपोर्ट प्रस्तुत की।
फोरम के अध्यक्ष के रूप में जिम्मेदारी स्वीकार करते हुए, अरोड़ा ने भारत के निर्वाचन आयोग में व्यक्त विश्वास और भरोसे के लिए प्रतिनिधियों को धन्यवाद दिया। अरोड़ा ने कहा “लोकतांत्रिक संरचना को इस सिद्धांत पर और मजबूत बनाया जा सकता है कि राजनीतिक शक्ति लोगों की इच्छा से विधिमान्य होती है। लोकतंत्र में, शक्ति को केवल सार्वभौमिक, समान, प्रत्यक्ष और स्वतंत्र रूप से व्यक्त मताधिकार के आधार पर, नियमित चुनावों द्वारा जीता और वैध किया जाता है।” उन्होंने कहा कि मजबूत भागीदारी और समावेशी लोकतंत्र सभी नागरिकों के सुशासन और सशक्तिकरण को सुनिश्चित करने में सक्षम हैं। अरोड़ा ने कहा कि क्षमता निर्माण के लिए, भारत के निर्वाचन आयोग ने जून 2011 में इंडिया इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डेमोक्रेसी एंड इलेक्शन मैनेजमेंट (आईआईआईडीईएम) की स्थापना की है।
एफईएमबीओएसए की स्थापना मई, 2012 में नई दिल्ली में आयोजित सार्क देशों के चुनाव प्रबंधन निकायों (ईएमबी) के प्रमुखों के तीसरे सम्मेलन में की गई थी। इसके आठ सदस्यों के साथ, एफईएमबीओएसए लोकतांत्रिक दुनिया के एक बहुत बड़े हिस्से का प्रतिनिधित्व करता है और ईएमबी का एक सक्रिय क्षेत्रीय संघ है । वार्षिक एफईएमबीओएसए बैठक सदस्यों के बीच बारी-बारी से आयोजित की जाती है। एफईएमबीओएसए की अंतिम (9 वीं) वार्षिक बैठक सितंबर 2018 में ढाका में आयोजित की गई थी।
बैठक में उपस्थित सात एफईएमबीओएसए सदस्यों ने एफईएमबीओएसए की 10 वीं वार्षिक बैठक में आज नई दिल्ली संकल्प को सर्वसम्मति से अपना लिया। The Members resolved to : सदस्यों ने संकल्प लिया: एफईएमबीओएसए की 10 वीं बैठक में सदस्य 2020 के लिए कार्य योजना को लागू करें जिस रूप में ईएमबी ने उसे अनुमोदित किया है; सदस्य देशों की क्षमता निर्माण में सहयोग; जिस प्रकार संभव हो संबंधित देशों में चुनाव आगंतुक कार्यक्रम की मेजबानी की जाए; सदस्यों को तकनीकी सहायता प्रदान की जाए जैसाकि अनुरोध किया है और जिस प्रकार संभव हो; ईएमबी सदस्य द्वारा उपयोग किए जा रहे आईसीटी उपकरणों और मॉड्यूलों में सर्वोत्तम प्रक्रियाओं और जानकारी को सक्रिय रूप से साझा करें और चुनावों में आईसीटी के स्थायी उपयोग के लिए मानकों का विकास करें; धन शक्ति के उपयोग और जोर जबरदस्ती को रोकने के लिए कदम उठाए जाएं; चुनाव प्रक्रिया में दिव्यांगों और वरिष्ठ नागरिकों की भागीदारी बढ़ाई जाए और उसे आसान बनाया जाए; Www.fembosa.org वेब पोर्टल के माध्यम से ईएमबी के बीच जानकारी साझा करने के लिए एफईएमबीओएसए के स्थायी सामग्री प्रबंधन आधारित वेब पोर्टल को बनाए रखें; क्षेत्रीय अनुसंधान परियोजनाओं को तैयार करना और कार्यान्वित करना।
‘चुनावों में प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल’ के बारे में 2020 के लिए कार्य योजना में सदस्यों का आहवान किया गया है कि वे चुनावों में प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल के विभिन्न पहलुओं पर परियोजनाओं और पहलों को शुरू करें और अगली एफईएमबीओएसए बैठक में इस संबंध में उनके अनुभवों और चुनौतियों पर एक रिपोर्ट प्रस्तुत करें।सम्मेलन के दौरान, ईसीआई ने अफगानिस्तान के स्वतंत्र चुनाव आयोग के साथ चुनाव प्रबंधन के क्षेत्र में सहयोग के लिए नये सिरे से समझौता ज्ञापन (एमओयू) किया। समझौता ज्ञापन पर आईईसी अफगानिस्तान की अध्यक्ष श्रीमती हवा आलम नूरिस्तानी और ईसीआई की ओर से सुनील अरोड़ा ने हस्ताक्षर किए। ट्यूनीशिया के स्वतंत्र चुनाव प्राधिकरण (आईएसआईई) के साथ चुनाव प्रबंधन के क्षेत्र में सहयोग के लिए एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए। समझौता ज्ञापन पर ट्यूनीशिया के आईएसआईई अध्यक्ष नबील बफौं और अरोड़ा ने हस्ताक्षर किए।‘संस्थागत क्षमता को मजबूत करना" विषय पर आज एक अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन भी आयोजित किया गया, जिसमें लगभग 30 प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। दिन भर के अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में एफईएमबीओएसए के प्रतिनिधियों के साथ-साथ कजाकिस्तान, केन्या, किर्गिस्तान, मॉरीशस, ट्यूनीशिया और तीन अंतर्राष्ट्रीय संगठनों यानी ए-वेब, इंटरनेशनल फाउंडेशन ऑफ इलैक्टोरल सिस्टम्स एंड इंटरनेशनल आईडीईए के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। अफगानिस्तान, बांग्लादेश, भूटान, भारत, किर्गिज गणराज्य, मालदीव, मारीशस, नेपाल, श्रीलंका, ट्यूनिशिया, आईएफईएस और इंटरनेशनल आईडीईए के निर्वाचन आयोग के प्रतिनिधियों ने अपनी प्रस्तुतियां भी दी। विशेषज्ञों ने ईएमबी की संस्थागत क्षमता को मजबूत करने के लिए बाधाओं, नीतिगत हस्तक्षेपों, रणनीतियों, कार्यक्रमों, अच्छी प्रथाओं और तकनीकी नवाचार का भी विश्लेषण किया।
इस अवसर पर सीईसी सुनील अरोड़ा ने भारत के दो निर्वाचन आयुक्तों अशोक लवासा और सुशील चंद्रा और ईसीआई महासचिव उमेश सिन्हा ने ईसीआई की पत्रिका ‘वॉयस इंटरनेशनल’ के 10 वें अंक का भी शुभारंभ किया, जिसमें“ मतदाता पंजीकरण के अभिनव तरीकों ”के विषय पर लेख शामिल किए गए हैं। पत्रिका के चौथे अंक "माई वोट मैटर्स" का भी इस अवसर पर विमोचन किया गया। एसोसिएशन ऑफ वर्ल्ड इलेक्शन बॉडीज (ए-वेब) पर एक वेबपोर्टल का भी अनावरण किया गया।