नई दिल्ली: केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग और एमएसएमई मंत्री नितिन गडकरी की उपस्थिति में जम्मू-कश्मीर में 6.5 किलोमीटर लंबी जैड-मोड़ सुरंग को पूरा करने के लिए आज एक रियायत समझौते पर हस्ताक्षर किए गए। इस अवसर पर सड़क परिवहन और राजमार्ग राज्य मंत्री जनरल (सेवानिवृत्त) डॉ. वी.क. सिंह, सड़क परिवहन और राजमार्ग सचिव श्री संजीव रंजन और मंत्रालय तथा एनएचआईडीसीएल के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।
एमडी-एनएचआईडीसीएल के प्रबंध निदेशक केशव कुमार पाठक, केन्द्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग तथा एमएसएमई मंत्री नितिन गडकरी, सड़क परिवहन और राजमार्ग राज्य मंत्री जनरल (सेवानिवृत्त) डॉ. वी.के. सिंह और सड़क परिवहन और राजमार्ग सचिव संजीव रंजन की मौजूदगी में आज नई दिल्ली में जम्मू-कश्मीर में जैड-मोड़ सुरंग के निर्माण के लिए रियायतग्राही कार्यकारी उपाध्यक्ष श्री सिस्ता प्रसाद के साथ समझौता दस्तावेजों का आदान-प्रदान करते हुए।
इस परियोजना में सुरंग का निर्माण, संचालन और रखरखाव शामिल है, जिसका प्रवेश मार्ग डिज़ाइन, निर्माण, वित्त, परिचालन और हस्तांतरण (डीबीएफओटी) वार्षिकी आधार पर 61 किमी से 89.30 किलोमीटर तक श्रीनगर-सोनमर्ग-गुमरी रोड पर एनएच -1 पर है।दोनों दिशाओं में बनी दो लेन वाली सुरंग में समानांतर निकास सुरंग है, जिसे 2378.72 करोड़ रुपये की लागत से 3.5 वर्षों में पूरा कर दिया जाएगा। रियायतग्राही को पूरा होने की तारीख से 15 वर्ष की अवधि की डीएलपी अवधि/संचालन और रखरखाव अवधि प्रदान की गई है। इससे पहले के अनुबंध को 09.03.2019 को अटकी हुई राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजना के समाधान के लिए मंत्रालय के दिशा-निर्देशों के अनुसार प्रतिबंधित कर दिया गया था।
परियोजना के लिए बोलियां 24.06.2019 को बीओटी (वार्षिक दर) के आधार पर 2378.76 करोड़ रुपये के टीपीसी के साथ दोबारा आमंत्रित की गईं। आवश्यक प्रशासनिक मंजूरी और वित्तीय स्वीकृति मिलने के बाद मंत्रालय ने 17.12.2019 को परियोजना को मंजूरी दे दी। परियोजना के लिए एलओए 19.12.2019 को मैसर्स एपीसीओ इन्फ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड के लिए जारी किया गया।