गणतंत्र दिवस के अवसर पर नौसेना की दक्षिणी कमान ने कोच्चि में नौसैनिक अड्डे पर रस्मी परेड का आयोजन किया। नौसेना की दक्षिणी कमान के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ वाइस एडमिरल ए.के. चावला ने परेड की सलामी ली। परेड में दक्षिणी कमान के 24 प्लाटूनों ने हिस्सा लिया। दक्षिणी कमान को राष्ट्रपति की ओर से प्राप्त झंडा भी परेड में शामिल किया गया। 50 नौसैनिकों की टुकड़ी ने सलामी गारद पेश की। परेड स्थल पर पहुंचने के पहले कमांडर इन चीफ ने युद्ध स्मारक पर पुष्प चक्र चढ़ाकर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर कोच्चि बंदरगाह पर खड़े नौसेना के सभी पोतों को उनके अलग अलग झंडों के साथ ही सुंदर तरीके से सजाया गया था। परेड का नेतृत्व कमांडर एस.एस. बोस ने किया। परेड में एसएनसी का बैंड दस्ता भी शामिल था। वाइस एडमिरल ए.के. चावला ने परेड को संबोधित करते हुए गणतंत्र दिवस तथा राष्ट्र निर्माण में सशस्त्र सेनाओं की भूमिका के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि देश के बाहर और भीतर सुरक्षा की स्थितियां अनिश्चित बनी हुई हैं। हमारे दुश्मन देश की एकता और विकास को हर हाल में कमजोर करने में जुटे हैं। ऐसे में किसी भी स्थिति का सामना करने के लिए हमारे नौसैनिक बेड़े को तैयार रखने की बहुत जरुरत है।
भारत के राष्ट्रपति द्वारा दक्षिणी नौसेना कमान के 04 अधिकारियों को विशिष्ट सेवा पदक से सम्मानित करने की घोषणा भी गणतंत्र दिवस के अवसर पर की गई। पदक प्राप्त करने वालों में वाइस एडमिरल ए.के. चावला रियर एडमिरल (दक्षिण) तथा इंडियन नेवल अकादमी के डिप्टी कमांडेंट तरुण सोब्ती, वैमानिकी गुणवत्ता आश्वासन के चीफ कंट्रोलर कमोडोर अजीत वी. कुमार और एर्नाकुलम में एनसीसी के ग्रुप कमांडर कमोडोर आर.आर. अय्यर शामिल हैं।