इंडियन फ्रंट सर्विस एसोसिएशन के प्रधान महासचिव एसपी यादव ने हरियाणा के सीएम एमएल खट्टर को पत्र लिखा
अखिल भारतीय गुर्जर परिषद की तरफ से रानी नागर उनकी बहन की हरियाणा की सरकार से सुरक्षा की मांग करते हुए एडवोकेट रविंद्र भाटी ने कहा अगर हरियाणा सरकार सुरक्षा देने में असमर्थ है तो हमें लॉक डाउन मैं चंडीगढ़ जाने की परमिशन दी जाए हम खुद अपनी बहन की रक्षा करेंगे चंडीगढ़ कोर्ट की बार में सीनियर वकीलों से बात की गई है
अधिकारियों के खिलाफ लीगल की टीम खड़ी की जा रही है
Adv. रविंद्र भाटी ने कहा कि हम संविधान और कानून को मानने वाले लोग हैं पहले कानून के दायरे में रहकर लड़ाई लड़ी जाएगी अगर वहां से न्याय नहीं मिला तो सड़क पर गुर्जर आंदोलन और अधिकारियों के घरों का घेराव किया जाएगा आप चिंता ना करें पूरे देश का गुर्जर समाज आपके और आपकी बहन के साथ खड़ा हुआ है इस्तीफा नहीं देना होगा इस्तीफा वही अधिकारी देंगे जिन्होंने आपका उत्पीड़न किया है आपको बता दें कि 2014 बेच की हरियाणा कैडर की आईएएस अधिकारी रानी नागर जोकि मूलतः जिला गौतम बुद्ध नगर के गांव बादलपुर की रहने वाली हैं अभी हाल में उन्होंने अपने ट्यूटर और वीडियो से अपनी जान को खतरा बताते हुए सीनियर अधिकारी गुलाटी द्वारा लगातार उत्पीड़न के कारण आईएएस जैसी नौकरी से इस्तीफा देने की बात की है 17 अप्रैल को रानी नागर और उनकी बहन रीमा नागर ने वीडियो के माध्यम से उन्होंने अपने वीडियो में कहा अगर उन्हें कुछ हो जाए तो और उनकी बहन लापता हो जाए तो बतौर बयान सीजीएम चंडीगढ़ की अदालत में विचाराधीन है और दर्ज केस में बतौर गवाह उनका बयान दर्ज किया जाए इस विषय में एडवोकेट रविंद्र भाटी ने कहा कि बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा देने वाली सरकार जब एक आईएएस अधिकारी को न्याय नहीं दिला पा रही तो आम नागरिकों को क्या नया दिला पाएगी एडवोकेट रविंद्र भाटी बताया कि रानी नागर जब जून 2018 में पशुपालन विभाग में अतिरिक्त सचिव थी तब भी सुनील गुलाटी पर उत्पीड़न के आरोप लगाए थे तथा उस समय से आज तक इस अधिकारी पर कोई कार्यवाही नहीं हुई है एवं वन विभाग में अतिरिक्त मुख्य सचिव s.k. गुलाटी के के खिलाफ दो आई एफ एस अधिकारियों के मोर्चा खोलने के बाद यह मामला सुर्खियों में आया है